न शाहीन सही, न तवील कारवां सही
मगर हौसलों का ज़खीरा तो है सही
माना कि दुनिया जीतने की हिम्मत नहीं
कुछ कर गुजरने की हर वक़्त तमन्ना तो है सही
- मुहम्मद शाहिद मंसूरी 'अजनबी'
10th Nov. 2006 '266'
मगर हौसलों का ज़खीरा तो है सही
माना कि दुनिया जीतने की हिम्मत नहीं
कुछ कर गुजरने की हर वक़्त तमन्ना तो है सही
- मुहम्मद शाहिद मंसूरी 'अजनबी'
10th Nov. 2006 '266'
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