चाहता हूँ प्यार करना तुम्हें इतना
लोग कहकर पुकारें मुझे दीवाना
न हो कोई अपना मिस्ल न हो सानी
लोग कहकर पुकारें आपको दीवानी
मुहब्बत कर तो ली है तुमसे सनम
जानता हूँ सफ़र आसान नहीं है
खारों पे चलना सीख लो 'अजनबी'
वरना ज़िन्दगी न पा सकोगे तुम
- मुहम्मद शाहिद मंसूरी 'अजनबी'
15th July 2000, '234'
लोग कहकर पुकारें मुझे दीवाना
न हो कोई अपना मिस्ल न हो सानी
लोग कहकर पुकारें आपको दीवानी
मुहब्बत कर तो ली है तुमसे सनम
जानता हूँ सफ़र आसान नहीं है
खारों पे चलना सीख लो 'अजनबी'
वरना ज़िन्दगी न पा सकोगे तुम
- मुहम्मद शाहिद मंसूरी 'अजनबी'
15th July 2000, '234'
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