अह्सासे मुहब्बत कर ली तूने
ज़िन्दगी न जाने किस तरह जी ली तूने
अजब सा अहसास किया तेरे दिल ने
बेमय के मय पी ली तूने
अब तो खारों पे चलना ही होगा
ऐसी भूल जो कर ली तूने
- मुहम्मद शाहिद मंसूरी 'अजनबी'
19th Nov. 07, '243'
ज़िन्दगी न जाने किस तरह जी ली तूने
अजब सा अहसास किया तेरे दिल ने
बेमय के मय पी ली तूने
अब तो खारों पे चलना ही होगा
ऐसी भूल जो कर ली तूने
- मुहम्मद शाहिद मंसूरी 'अजनबी'
19th Nov. 07, '243'
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