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Monday, April 14, 2014

अगर तुम्हें ख़ुशी मिलती है

मेरे दिल को दुखा के 
अगर तुम्हें ख़ुशी मिलती है 
तो तुम्हें ये ख़ुशी 
एक बार नहीं सौ बार हासिल हो !

मेरी आँखों में अश्कों को देख के 
अगर तुम्हें ख़ुशी मिलती है 
तो तुम्हें ये ख़ुशी 
एक बार नहीं सौ बार हासिल हो !

मेरी ज़िन्दगी बिखरते हुए देख के 
अगर तुम्हें ख़ुशी मिलती है 
तो तुम्हें ये ख़ुशी 
एक बार नहीं सौ बार हासिल हो !

मुझे पल-पल मरते हुए देख के 
अगर तुम्हें ख़ुशी मिलती है 
तो तुम्हें ये ख़ुशी 
एक बार नहीं सौ बार हासिल हो !

'अजनबी' के ग़मों की छत देख के 
अगर तुम्हें ख़ुशी मिलती है 
तो तुम्हें ये ख़ुशी 
एक बार नहीं हर  बार हासिल हो !

- मुहम्मद शाहिद मंसूरी 'अजनबी' 



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