तजुर्बा
Followers
Thursday, May 08, 2014
लम्हा - लम्हा ज़िन्दगी पिघल रही है
लम्हा - लम्हा ज़िन्दगी पिघल रही है
लम्हा- लम्हा मैं जिसमें ढल रहा हूँ.
-
शाहिद अजनबी
17.09.2013, '331'
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment