क्यूँ तुम घबराते हो
क्यूँ तुम डरते हो
जब मुयईयन है
कज़ा का दिन
तो किससे डरते हो
ज़िन्दगी की शाख से जो
-मुहम्मद शाहिद मंसूरी 'अजनबी'
20.09.13, '313'
क्यूँ तुम डरते हो
जब मुयईयन है
कज़ा का दिन
तो किससे डरते हो
ज़िन्दगी की शाख से जो
-मुहम्मद शाहिद मंसूरी 'अजनबी'
20.09.13, '313'
No comments:
Post a Comment