तबीब - तबीब है, खुदा तो नहीं
ज़िन्दगी-ज़िन्दगी है जुदा तो नहीं
नज़रे दुनिया में वो सौ कमाल रखता है
चाँद कमालों से वो खुदा तो नहीं
- मुहम्मद शाहिद मंसूरी 'अजनबी'
19th Oct. , 11, '286'
ज़िन्दगी-ज़िन्दगी है जुदा तो नहीं
नज़रे दुनिया में वो सौ कमाल रखता है
चाँद कमालों से वो खुदा तो नहीं
- मुहम्मद शाहिद मंसूरी 'अजनबी'
19th Oct. , 11, '286'
No comments:
Post a Comment