बादल को बरसने दे
बिजली को चमकने दे
जो होता है उसे होने दे
ऐ, दुनिया वालो, लेकिन!
हमें उसी का हो के रहने दे
न करो हमें जुदा
न करो हमें अलग
गर हो गए जुदा
गर हो गए अलग
ये दिल तो रो रहा है
आसमान दुनिया वालों की
दुनिया वालों की है ये दुनिया
मेरी तो बस वही है दुनिया
वही है मेरी ज़िन्दगी
वही है दिल की धड़कन
दिल में हैं मेरे ढेर सारी तमन्नाएँ
कर दो पूरी मेरी तमन्नाएँ
रो रहे हैं हम उसके लिए
ले लो मेरा चैन चाहे
ले लो मेरी जान
ऐ दुनिया वालो, लेकिन !
हमें उसी का हो के रहने दे
कर रहा हिया फ़रियाद आज "अजनबी"
सुन लो दुनिया वालो सुनलो।
- मुहम्मद शाहिद मंसूरी "अजनबी"
'65 ' 9th June, 2000
ऐ दुनिया वालो, लेकिन !
ReplyDeleteहमें उसी का हो के रहने दे
कर रहा हिया फ़रियाद आज "अजनबी"
सुन लो दुनिया वालो सुनलो।.. nice lines...
शुक्रिया सुषमा जी..
ReplyDeleteKABHI IS BLOG PE AYIYE---
http://naiqalam.blogspot.com
really gr8 imagination sir.........
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