कह गयी वो सारी बात आँखों ही आँखों में
दे गयी दिल को दर्द आँखों ही आँखों में
नहीं किया था अह्सासे मुहब्बत कभी मैंने
करा गयी अहसास आँखों ही आँखों में
इज़हार भी किया, प्यार भी किया उसने
अपनी प्यारी सी आँखों ही आँखों में
छीने हैं उसने होश मेरे एक नज़र से
नशे में कर दिया है आँखों ही आँखों में
यही इल्तिजा है उससे ऐ "अजनबी"
यूँ ही प्यार करती रहे आँखों ही आँखों में
- मुहम्मद शाहिद मंसूरी "अजनबी"
1st Aug. 2000, '116'
कह गयी वो सारी बात आँखों ही आँखों में
ReplyDeleteदे गयी दिल को दर्द आँखों ही आँखों में....मन के भावो को शब्द दे दिए आपने......