Followers

Thursday, September 01, 2011

इस दिल में है दर्द इतना

इस दिल में है दर्द इतना
छुपाये से छुपता नहीं

लाख अश्कों को समेंटें हैं हम
मगर रोके से रुकते नहीं

भर गया है अब दर्द का प्याला
अब और उसमें दर्द समाता नहीं

जाओ, बस जाओ अब तुम
इंतज़ार के लिए अब और ये थमता नहीं

चाहत के दर्द में है अब "अजनबी"
जब तक की तुम नहीं - तुम नहीं

- मुहम्मद शाहिद मंसूरी 'अजनबी

'70' 11st Feb. 2000

1 comment:

  1. इस दिल में है दर्द इतना
    छुपाये से छुपता नहीं... sundar post...

    ReplyDelete